IPO से पैसे कैसे कमाए | IPO se Paise kaise Kamaye
बिस्तर में हूं आपके साथ हुई कौशिक इंद्र आदि कई कंपनियां आईपीओ ला रही है और आई कार्ड आईपीओ आने वाला है। ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी बाजार जाने की तैयारी में लगे आपको बताते वीडियो में आगे बढ़ने से पहले आपको ही जानकारी दे देते हैं। हवाई क्यों में पैसा लगाना आसान हो गया है। इस वीडियो की डिस्क्रिप्शन में दी हुए lex507 डाउनलोड करें और कूपन इंग्लिश यूज़ करें और ना ही मीट खाते में ₹200 के निवेश की शुरुआत आरडी सेक्टर 46 डीएसपी शैली के पास जमा कराया है। पॉलिसी बाजार का उसकी पेंट कंपनी टीवी पैक के नाम पर आएगा। टीवी पिंकी पॉलिसी बाजार। ऑनलाइन क्रेडिट पोर्टल पैसाबाजार को ऑपरेट करती है। डीआरएचपी के मुताबिक पॉलिसी बाजार का आईपीएल 2017 के लिए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। जबकि 2280 शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए देश में बिकने वाली 9333 ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी पॉलिसी बाजार की सभी जातियों से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने कारोबार को आगे बढ़ाने में करें। अगर बात करें तो ₹150000000 पीस बनाने पर खर्च किए जाएंगे। 371 करो रुपए कंपनी अपने ऑफ लाइफ इंश्योरेंस कारोबार को बढ़ाने पर खर्च करो और अधिग्रहण के लिए साल किए जाएंगे और 375 करोड रुपए कंपनी ग्लोबल कारोबार पर खर्च करें और पॉलिसी बाजार। दिमाग गूगल का लाइसेंस दिया है। अभी आधिकारिक तौर पर एक बीमा ब्रोकर बन गई है। कंपनी में सॉफ्टवेयर को टर्न ऑफ एक्सचेंज संस्थागत निवेशकों का उत्साह के बारे में सूचित करें तो कंपनी में कंपनी की आय हर साल बढ़ रही है कि साल 2020 में कौन सी बाजार खाता हुआ था तो वहीं पांच सौ पंद्रह करोड़ की आय रही थी। कारोबारी साल 2019 में 200 करोड़ का घाटा हुआ था और 310 करो कर रविंद्र हिसाब से देखा जाए तो कंपनी की सालाना आधार पर दोगुनी हो गई है। कोरोना का हाल में तू इंश्योरेंस कारोबार वैसे भी तेजी से बढ़ा है। जैसे मार्च 2021 पर पॉलिसी बाजार पर चार करोड़ 80 लाख रजिस्टर्ड तक 19000000 पॉलिसी पॉलिसी बाजार के जरिए बेची जा चुकी है। कारोबारी साल 2021 में 12 करोड़ 60 लाख लोगों ने इंश्योरेंस खरीदने और कंपेयर के लिए पॉलिसी बाजार। पॉलिसी बाजार की तरह पैसा बाजार का कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है। पैसा बाजार की शुरुआत 2014 में हुई थी। पैसा बाजार आज देश की नंबर वन डिजिटल क्रेडिट मार्केटप्लेस है। ऑनलाइन क्रेडिट कारोबार में पैसा बाजार की क्या 29 दिन से जारी है और इसी वजह से कंपनियां अपने कारोबार में 30 ग्रुप की संभावनाएं को ना काल में इन दोनों के कारोबार तेजी से घूम कर रहे हैं। अभी भारत का इंश्योरेंस कारोबार करीब 760000 स्वरों का है जिसके 2030 तक 39 करो होने का अनुमान है। यानी कारोबार की शुरुआत की थी। कंपाउंड गोंद के साथ बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा अभी भारत में सिर्फ एक ही पी लो ऑनलाइन इंश्योरेंस करते हैं जबकि साडे 5 किलो ऑनलाइन।
नौकरी दी कंपाउंडिंग भूत का वार है यानी कि टीवी पेंटर की पॉलिसी बाजार और पैसा बाजार तू की कंपनी में अच्छी सोच हो सकती है। ऐसी पॉलिसी बाजार की आयु में भी अच्छी कमाई हो सकती है। बिजनेस आईटीओ और शेयर बाजार से जुड़ी जानकारियां वापस लाते रहेंगे। देखते रहिए दस्तान नमस्कार!